चंबा हिमाचल प्रदेश कैसे जाए संपूर्ण जानकारी हिंदी में / chamba Himachal Pradesh guide hindi
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चंबा हिमाचल प्रदेश का एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है।
चंबा हिमाचल प्रदेश
रावी नदी के किनारे पर एक समतल पहाड़ी पर बसा चंबा बेहद खूबसूरत पर्यटक स्थल है। डलहौजी से इसकी दूरी 56 किलोमीटर और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 996 मीटर है। चंबा को यह सौभाग्य प्राप्त है कि यहां एक से बढ़कर एक लोकप्रिय धार्मिक व कृपालु राजाओं ने शासन किया था। तभी यहां की संस्कृति ना केवल फली फूली अपितु चंबा की सीमाओं को पार करके संपूर्ण भारतवर्ष में फैली है। चारों ओर से बर्फ से ढकी पहाड़ियों पर स्थित चंबा में शिव पार्वती के 6 मंदिर है। इन मंदिरों की बेजोड़ नक्काशी और कला के नमूने पर्यटकों को मंत्र मुक्त कर देते हैं। चंपा के वृक्षों से घिरा चंबा 10 वीं सदी के राजा साहिल की बेटी चंपावती के नाम पर बसा हुआ है। यहां पूरे साल भर रौनक लगी रहती है। जगह-जगह मेले आयोजित किए जाते हैं। सबसे प्रसिद्ध यहां का भिजार त्यौहार मेला है। यह मेला हर साल सावन के तीसरे रविवार को आयोजित किया जाता है। इसके अलावा अप्रैल माह में आयोजित होने वाला सूही मेला भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। चंबा प्रकृति की तमाम अदाओं का साक्षी है। और इसकी हर अदा पर्यटक को अभिभूत कर देती है। यहां की घाटियों में जब धूप के रंग बिखरते हैं तो इसका सौंदर्य कुछ अलग ही नजर आता है। वास्तुकला हो या भित्तिचित्र मूर्तिकला हो या काष्ठकला जितना प्रोत्साहन इन्हें चंबा में मिला है उतना शायद ही देश के किसी अन्य हिस्से में मिला हो ।
चंबा में देखने लायक स्थान : Best tourist places to visit in chamba
भूरी सिंह संग्रहालय । लक्ष्मी नारायण मंदिर । सलूनी । भरमौर। सहो । सरोल। चौगान । मणिमहेश। पांगी घाटी । छतराड़ी। अखंड चंडी महल और रंग महल।
भूरी सिंह संग्रहालय : Bhuri Singh Museum Chamba Himachal Pradesh
यह संग्रहालय भारत के 5 प्रमुख संग्रहालय में से एक है। यहां चंबा घाटी की कला देखने को मिलती हैं। इस संग्रहालय का निर्माण चंबा नरेश भूरी सिंह ने डच डॉक्टर बोगले की प्रेरणा से करवाया था । इस संग्रहालय में 5 हजार से अधिक दुर्लभ कलाकृतियां संग्रहित है। इन कलाकृतियों में विभिन्न चित्र मूर्तियां पांडुलिपिया और धातुओं से निर्मित वस्तुओं के अलावा विश्व प्रसिद्ध चंबा रुमाल भी है।
लक्ष्मी नारायण मंदिर : Laxmi Narayan temple in Chamba Himachal Pradesh
यह प्राचीन मंदिर शिव और भगवान विष्णु की कलात्मक प्रतिमाओं और बेजोड़ नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है।
सलूनी : Saluni Himachal Pradesh
चंबा से 56 किलोमीटर दूर समुद्र तल से 1829 मीटर ऊंचा यह पर्यटन स्थल अपने मनोरम दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।
भरमौर : Bharmor Himachal Pradesh
चंबा से 65 किलोमीटर दूर यह पर्यटन स्थल प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा का आरंभ है यहा के चोरासिया मन्दिर समूह विशेष रूप से दर्शनीय है।
सहो : Saho Chamba Himachal Pradesh travel in hindi
साल नदी के तट पर स्थित यह स्थल चंद्रशेखर मंदिर के लिए विख्यात है चंबा यहां से 20 किलोमीटर दूर है।
सरोल : Sarol Chamba Himachal Pradesh travel
चंबा से 11 किलोमीटर की दूरी पर एक घाटी में बसा सरोल एक सुंदर पर्यटन एवं पिकनिक स्थल है। यह रावी नदी के दाएं किनारे पर स्थित है। यहां पर्यटक कृषि फार्म और अन्य वन संबंधी जानकारियां प्राप्त करते हैं।
चौगान : Chaugan Chamba Himachal Pradesh
चौगान अपने मेलों के लिए पर्यटकों की नजर में विशेष स्थान रखता है। यह एक आम व्यापारिक स्थल है। यहां होने वाली विशेष संस्कृति गतिविधियां पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
मणिमहेश : Manimahesh Lake Chamba Himachal Pradesh
भरमौर से 34 किलोमीटर दूर 4170 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह अपनी 5656 मीटर ऊंची मणिमहेश चोटी के लिए विख्यात है। इसके अलावा यहां प्रसिद्ध मणिमहेश झील भी दर्शनीय है। यहां प्रतिवर्ष अगस्त सितंबर महीने के दौरान मणिमहेश यात्रा आयोजित की जाती है।
पांगी घाटी : Pangi Ghati Chamba Himachal Pradesh
2438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चंबा से 137 किलोमीटर दूर यह लुभावनी घाटी अपने प्राकृतिक सौंदर्य भोले भाले लोगों को उनके विभिन्न लोक नृत्य के लिए प्रसिद्ध है। पर्वतारोहियों और ट्रैकिंग करने वालों के लिए यह एक रोमांचकारी जगह है।
छतराड़ी : Chhatradi Chamba Himachal Pradesh
भरमौर से 40 किलोमीटर दूर छतराड़ी शक्तिदेवी मंदिर के लिए विख्यात है। जो पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए महत्वपूर्ण जगह है।
अखंडचंडी महल और रंग महल : Akhandchandi Mahal and Rang Mahal Chamba Himachal Pradesh
चंबा की कलात्मक धरोहर मे यहां के अखंडचंडी महल और रंग महल को भी शामिल किया जा सकता है। रंग महल में इस समय हिम्मत सल हस्तकला निगम का कार्यालय है।
चंबा कैसे जाएं कहां रुके और कितना खर्चा : How to reach Chamba, where to stay and how much does it cost
रेल मार्ग :
चंबा का निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है जो 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। देश के प्रमुख महानगरों से पठानकोट के लिए सीधी रेल सेवाएं उपलब्ध है।
सड़क मार्ग :
यहां जाने के लिए सड़क मार्ग ही सबसे बढ़िया है। यहां के लिए चंडीगढ़ दिल्ली अमृतसर शिमला जम्मू पठानकोट आदि शहरों से साधारण व डीलक्स बस सेवाएं उपलब्ध है।
चंबा कब जाना चाहिए :
मार्च से जून व सितंबर से नवंबर तक मौसम चंबा की वादियों में घूमने के लिए उत्तम है।बरसात के मौसम में चंबा में कई बार भू संकलन की वजह से रास्ता जाम हो जाता है । इसलिए बरसात के दिनों में आपको चंबा जाने का प्रोग्राम रद्द करना चाहिए मार्च से जून तक आप को गर्म कपड़े ले जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इन दिनों यहां का मौसम खुशगवार होता है। सितंबर से नवंबर तक की अवधि में यदि आप चंबा जाए तो अपने साथ गर्म कपड़े अवश्य ले जाएं क्योंकि रात को यहां बहुत ही ज्यादा ठंड पड़ती है।
कहां रुके :
चंबा में आपको रुकने के लिए 4000 से 6000 प्रतिदिन किराए वाली होटल उपलब्ध है। यहां पर कुछ धर्मशालाएं भी है जो रूकने के लिए उचित स्थान है।