kiradu haunted temple history in hindi
किराडू के मंदिरों का खौफनाक रहस्य यहा पर शाम होने के बाद इंसान बन जाता है पत्थर आइए जानते हैं किराडू मंदिरों के इतिहास और रहस्य।
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Someshwar temple kiradu |
Kiradu temple mystery in hindi: राजस्थान का एक जिला है। बाड़मेर (Barmer) जो अपने आप में कई पुराने रहस्य समेटे बैठा है। पूरी दुनिया में ऐसी कई जगह है जिनके खौफनाक रहस्य के बारे में सुनकर लोग चौक जाते हैं जिनका रहस्य पुरानी सदियों से जुड़ा हुआ है। राजा महाराजाओं के पुराने किले हो या मंदिर हो भारत में ऐसी कई रहस्यमई जगह है। जिसके बारे में आज तक कोई नहीं जान पाया। ऐसी ही एक जगह राजस्थान के बाड़मेर जिले में है किराडू के मंदिर। haunted places kiradu किराडू एक ऐसा रहस्य से भरा पड़ा है जिसका इतिहास पूरी तरह से कोई नहीं जान पाया है। शाम होने के बाद अगर यहां पर कोई इंसान ठहर जाता है तो वह पत्थर बन जाता है।
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Kiradu temple barmer |
किराडू मंदिर वीडियो
किराडू मंदिर बाड़मेर का इतिहास-Kiradu Temple Barmer History in hindi
Haunted temple in rajasthan किराडू राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक ऐसी विरान नगरी है जिसका खौफनाक रहस्य से लोग चौक जाते हैं। किराडू में 5 मंदिरों का समूह है। किराडू के इन मंदिरों का निर्माण किसने करवाया इसके बारे में आज तक कोई पक्का सबूत नहीं मिला यहां पर कुछ शिलालेख हैं। जिसमें भी इन मंदिरों के निर्माण के बारे में कोई जानकारी नहीं है। किराडू में स्थित एक शिलालेख के अनुसार कहा जाता है। किराडू 11-12 वीं शताब्दी में एक समृद्ध नगरी हुआ करती थी। यहा के परमार एवं चौहान शासक गुजरात के सोलंकी राजाओं के अधीन थे। विदेशी आक्रांताओं के फलस्वरुप यह नगरी उजड़ गई। इस किराडू नगरी में 11वीं शताब्दी में अनेक भव्य मंदिरों के निर्माण हुए थे जो आज भी हमारे प्राचीन गौरव के प्रतीक हैं। वर्तमान में मरु गुर्जर शैली के मात्र 5 शेव-वैष्णव मंदिरों के भग्नावशेष ही अवशिष्ठ है। इनमें से सोमेश्वर मंदिर सर्वाधिक अनूठा है। गर्भगृह। अंतराल। महामंडप। तथा द्वारमंडप कक्षाओ से युक्त यह मंदिर विभिन्न कलापूर्ण ।अभीव्यक्तियों। प्रतिमाओं आदि से अलंकृत है। यह इतिहास यहां पर एक लेख से पता चलता है। लेकिन यहां के स्थानीय लोगों का कहना है यहा एक साधु के श्राप के कारण पूरी नगरी उजड़ गई थी।
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Kiradu temple history |
किराडू गांव को साधु महात्मा ने श्राप क्यों दिया-Why did the sadhu mahatma curse Kiradu village
कहा जाता है कई सालों पहले किराडू नगरी में एक साधु महात्मा आए थे उनके साथ उनके शिष्य भी थे। जिस समय किराडू नगरी हरी-भरी हुआ करती थी। साधु एक दिन शिष्यों को किराडू में ही छोड़कर भ्रमण पर निकल पड़े साधु के जाने के बाद कुछ समय बाद किराडू में बीमारी फैल गई जिसके चलते लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। उस समय साधु के शिष्य भी बीमार पड़ गए उन शिष्यों की देखभाल एक कुम्हारिन महिला के अलावा इन पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और उस समय साधु महात्मा वापस लौट कर आए तो शिष्यों की बुरी हालत देखकर साधु महात्मा क्रोधित हो उठे। इसके बाद साधु ने कहा जिस स्थान पर दया भाव नहीं होता वहां पर मानव जाति को होना नहीं चाहिए यहां पर सब पत्थर दिल लोग हैं। साधु महात्मा ने पूरे नगर वासियों को पत्थर बन जाने का श्राप दे दिया। लेकिन जिस कुम्हारिन महिला ने शिष्यों की देखभाल की थी उसको साधु ने कहा तुम आज शाम होने से पहले यह जगह छोड़कर कहीं और चली जाओ नहीं तो तुम भी पत्थर की बन जाओगी और यहां से जाते समय पीछे मुड़कर मत देखना। और शाम होने से पहले वह महिला वहां से चल पड़ी लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद उस महिला को मन में कुछ शंका हुई और उसने वापस मुड़कर देखा और उसी समय वह जिस जगह पर थी वहीं पर पत्थर बन गई। साधु के इस श्राप के कारण आज तक यह जगह वीरान पड़ी है।
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Kiradu |
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किराडू बाड़मेर का वैभव-splendor of kiradu barmer
Kiradu ke mandir: राजस्थान की धरती इतिहास में हमेशा आगे रहती है। यहां की संस्कृति और यहां के मनोरम पर्यटक स्थल। पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते है। आज हम बात कर रहे हैं राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित किराडू की। थार के रेगिस्तान में बसा बाड़मेर शहर अपने आप में बहुत ही खूबसूरत है। और बाड़मेर से थोड़ी दूरी पर एक ऐसी जगह है जहां लोग जाना भी चाहते हैं लेकिन डर भी लगता है। वह जगह है किराडू के मंदिर। किराडू के दोनों और पहाड़ियां हैं जिस पर माता सच्चियाय का मंदिर है। यहां पर दिन में जितनी शांति रहती है तो रात में उतनी ही खामोशी सिरहन पैदा करती है। किराडू कि यह जगह कई सालों से गुमनाम थी। लेकिन अब लोगों तक किराडू के बारे में इंटरनेट के जरिए सूचनाएं मिलती रहती है। यह स्थान धीरे-धीरे पर्यटक स्थल में बदल रहा है। किराडू मंदिरों के बारे मे आज तक कोई सही से नहीं जान पाया लेकिन पुराने जमाने के हिसाब से कोई साधु के श्राप की बात करता है। तो कोई विदेशी लुटेरों के बारे में कोई यहां का पक्का सबूत नहीं है। किराडू का असली इतिहास क्या है आज तक किसी को नहीं पता।
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Rajasthan ke Khajuraho |
किराडू मंदिर देखने कब जायें-When to visit Kiradu Temple
किराडू मंदिर देखने के लिए सुबह से लेकर शाम तक यहां लोग आते हैं। लेकिन शाम होते-होते यह जगह एकदम वीरान हो जाती है। यहां पर शाम को कोई भी नहीं रुकता है।
किराडू में क्या देखें – Kiradu ke mandir me kya dekhe
haunted places kiradu: किराडू में देखने के लिए यहां पर पांच मंदिर है जो खंडहर अवस्था में है। इनमें से एक मंदिर सोमेश्वर मंदिर और विष्णु मंदिर थोड़ा ठीक हालत में है। सोमेश्वर मंदिर के अंदर का भाग देखकर भारत के दक्षिण में स्थित मीनाक्षी मंदिर की याद दिलाता है और बाहर से खजुराहो के मंदिरों की झलक दिखती है। यहां पर 3 मंदिर और भी है जो लगभग खंडहर की स्थिति में है।
किराडू का उजड़ा हुआ दृश्य – Haunted temple in kiradu
किराडू की इस वीरान जगह पर जाने के बाद यहां पर बिखरे पत्थर और मंदिरों के अवशेष मंदिरों के गुंबद खंबे जिस पर बड़ी मेहनत और कारीगरी की गई हैं। इन पत्थरों की नक्काशी इतनी बारीकी से की गई हुई है जिसे देखकर आश्चर्य होता है किराडू का ऐसा बिखरा हुआ साम्राज्य देखकर मन दुखी हो उठता है।
किराडू मंदिरों की ऐसी हालत क्यों हुई – Rajasthan ke Khajuraho
इसके बारे में तो पक्का सबूत तो किसी के पास भी नहीं है लेकिन राजस्थान के कुछ इतिहास के अनुसार यहां पर विदेशी लुटेरों ने मंदिरों को तोड़कर खजाना लूट कर ले गए और धीरे-धीरे समय बीतता गया और बाद में भूकंप के कारण मंदिर और भी खंडहर होते गए।
राजस्थान के खजुराहो – Rajasthan ke Khajuraho
किराडू के इन मंदिरों की नक्काशी और कारीगरी देखकर भारत के मध्य प्रदेश में स्थित खजुराहो के मंदिर की याद आती है। लेकिन किराडू के यह मंदिर भी खजुराहो से कम नहीं है। भले ही खजुराहो जैसी लोकप्रियता किराडू के मंदिरों को नहीं मिल पाई लेकिन अपने बिखरे हुए साम्राज्य की मौजूदगी का एहसास जरूर कराता है। राजस्थान में अगर कोई खजुराहो जैसा कोई मंदिर है तो यह किराडू ही है। वैसे तो किराडू को राजस्थान का खजुराहो कहा जाता है।
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Khajuraho temple in kiradu |
किराडू के मंदिर कहां पर है – Where is Kiradu’s temple
किराडू के इस रहस्यमई जगह को देखना हर कोई चाहता है लेकिन किराडू कैसे जाएं यह सवाल हर किसी के मन में आता है। किराडू भारत के राजस्थान राज्य में बाड़मेर जिले से लगभग 42 किलोमीटर दूर बाड़मेर मुनाबाव राष्ट्रीय राजमार्ग 25 पर हात्मा गांव के पास स्थित है।
किराडू के मन्दिर देखने कैसे जाएं – How to visit Kiradu Temples
सड़क मार्ग
किराडू जाने के लिए आपको सबसे पहले राजस्थान के बाड़मेर शहर आना होगा। बाड़मेर के लिए भारत के बड़े शहरों से सीधी बस सेवा है। दिल्ली गुजरात पंजाब महाराष्ट्र से प्रतिदिन बस सेवा चालू रहती है।
रेल मार्ग
बाड़मेर भारत का सीमावर्ती बड़ा जिला है। यहां पर दिल्ली जोधपुर से प्रतिदिन रेल सेवा चालू है। हफ्ते में एक दिन बाड़मेर से बेंगलुरु यशवंतपुर एक्सप्रेस रेल चलती है। बाड़मेर से मुनाबाव तक रेल चलती है। किराडू का नजदीकी स्टेशन खड़ीन पड़ता है।
हवाई मार्ग
बाड़मेर का नजदीकी हवाई अड्डा जोधपुर है जो बाड़मेर से किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। जोधपुर से बस या रेल द्वारा बाड़मेर आना होगा।
बाड़मेर से किराडू कैसे जाएं – Barmer to kiradu
बाड़मेर आने के बाद आपको किराडू के लिए सरकारी बस और प्राइवेट बस दोनों ही मिल जाती है। अगर आपके पास अपनी खुद की मोटरसाइकिल है तो आसानी से किराडू जा सकते हैं।
किराडू जाने के लिए कहा रूके
आप राजस्थान की यात्रा पर हो और किराडू जाना चाहते हो तो रात्रि विश्राम आपको बाड़मेर में करना पड़ेगा। यहां पर आपको अपने बजट के अनुसार होटल और धर्मशाला मिल जाएगी। बाड़मेर में रुकने के लिए होटल कैलाश इंटरनेशनल होटल। होटल कलिंगा पैलेस। और कई भी होटल्स है यहां पर।
किराडू मंदिर प्रवेश शुल्क – Kiradu Temples entry fees
किराडू में पर्यटक प्रवेश शुल्क अलग-अलग है।
भारतीय पर्यटक ₹50 प्रत्येक व्यक्ति है
भारतीय विद्यार्थी पर्यटक ₹20
विदेशी पर्यटक ₹200
विदेशी विद्यार्थी पर्यटक ₹50
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Entry fees in kiradu temple |
Nice post thanks