Ramdevra baba Ramdev ji history and complete guide in hindi
रामदेवरा राजस्थान के जैसलमेर जिले में पोकरण (pokhran) शहर के पास रणुजा गांव में है। रामदेवरा में यहां के लोक देवता बाबा रामदेव जी (रामापीर) महाराज का मंदिर है। रामदेवरा में हर साल भर भक्तों का आना जाना रहता है। भादवा माह में रामदेवरा में मेला रहता है। और लाखों की संख्या में लोग दर्शन के लिए यहां आते हैं। लोक कथाओं के अनुसार कहा जाता है बाबा रामदेवजी (रामापीर महाराज) ने यहां पर जीवित समाधि ली थी। और आज यहां लाखों की संख्या में लोग पैदल यात्रा आते हैं।
रणुजा बाबा रामदेव जी का इतिहास baba Ramdev ji ka itihas
लोक कथाओं के अनुसार कहा जाता है रामदेव जी के माता पिता के कोई संतान नहीं होने के कारण रामदेव जी के पिताजी अजमलजी अपनी मनोकामना लेकर द्वारिका गए वहां पर भगवान के वरदान से रामदेवजी का अजमल जी के घर पुत्र रूप में अवतार हुआ।
बाल अवस्था में रामदेव जी महाराज के चमत्कार
बाल अवस्था में रामदेवजी महाराज ने कई चमत्कार दिए रामदेव जी गुरु बालकनाथ जी के शिष्य थे। यहां पोकरण में एक भैरव राक्षस का आंतक था यह भैरव राक्षस श्री बालकनाथ जी का भी शिष्य था। एक बार रामदेव जी महाराज किसी कारण से बालकनाथ जी के धुना पर गए तो बालकनाथ जी ने रामदेव जी को कहा रामदेव तुम यहां से चले जाओ यहां भैरव आने वाला है। लेकिन रामदेवजी अवतार थे उनको पता था रामदेवजी यहां से नहीं गये तब तक भैरव राक्षस आ गया तब आनन-फानन में गुरु बालक नाथ जी ने रामदेवजी को अपनी कुटिया में छुपा लिया और ऊपर एक गोदड़ी ओढ़ा दी तभी भैरव राक्षस यहा आकर बोला गुरुदेव मुझे यहां किसी मानव की सुगंध आ रही है कहां है मुझे दो तभी राक्षस की नजर कुटिया में गोदड़ी पर पड़ी तो तुरंत कुटिया की तरफ गया और गोदड़ी खिसने लगा वह लगातार गोदड़ी खींचता गया लेकिन गोदड़ी पूरी नहीं हुई तब भैरव राक्षस को पता चल गया गोदरी के नीचे कोई साधारण मानव नहीं है। वह गोदड़ी छोड़कर भागने लगा तब रामदेवजी उठकर भैरव राक्षस को पकड़ लिया और उसको पाताल लोक पहुंचा दिया। यह चमत्कार देखकर आसपास के लोग और गुरु बालकनाथ जी आश्चर्य में पड़ गए इस प्रकार बाबा रामदेव जी के कई चमत्कार हैं।
बाबा रामदेव जी चमत्कार
अपनी माता मेणादे । एक दर्जी को । हरजी भाटी को । रतना देवासी को । लाखू बंजारा को । मक्का से आए पांच पिरो को । इनके अलावा कई लोगों को चमत्कार दिए थे।
मक्का से आए पांच पीरों को चमत्कार
एक बार मक्का मदीना से पांच पीर रामदेवजी महाराज की परीक्षा लेने आए पांच पीरों को रामदेव जी ने भोजन करने का बोला तो उन्होंने कहा हम खाना खाने के बर्तन मक्का में ही भूल गए हम किसी दूसरे बर्तन में खाना नहीं खाते तो बाबा रामदेव जी ने बोला बस इतनी सी बात है। उस समय रामदेवजी ने एक पलक झपकते ही उन पांच पीरों के सामने उनके बर्तन रखकर बोले यही है ना अपने बर्तन देखकर पीर आश्चर्य में पड़ गए तब जाकर उन पांच वीरों ने हाथ जोड़कर कहा हम तो पीर हे और आप तो पीरों के पीर हैं इस प्रकार कई चमत्कार और समाज में भलाई का बहुत बड़ा इतिहास है बाबा रामदेव जी का ।
मंदिर परिसर baba Ramdev ji ka mandir
भादवा माह में मंदिर में भारी संख्या में लोग यहा दर्शन करने आते हैं। मंदिर में बाबा रामदेवजी की समाधि है। सामने ही पांच पीरों की मजार है। पास में ही डाली बाई की समाधि है। मंदिर में लोक जागरण होते हैं। मंदिर में दर्शन के लिए लाइन में लगना पड़ता है।
रामदेवरा बाजार Ramdevra market
यहां पर बहुत बड़ा बाजार है। दोनों और प्रसादी से सजी दुकानें हैं। दुकानों पर भगवान की मूर्तियां लॉकेट बच्चों के खिलौने और भी कई प्रकार की दुकानों से सजा बाजार है।
रामसरोवर Ramsarovr
बाबा रामदेव जी के मंदिर के पीछे की तरफ राम सरोवर है। रामसरोवर में यहां आने वाले भक्त पानी में डुबकी लगाते हैं और इस पवित्र जल से स्नान करते हैं।
रणुजा Ranuja
रामदेवरा रणुजा गांव में स्थित है। रामदेवरा जैसलमेर के दर्शनीय स्थलों में से पहले स्थान पर है। रामदेवरा के पास ही पोकरण है। जैसलमेर के पोकरण शहर का नाम पूरी दुनिया में है। यह वही पोकरण है जहां पर भारत ने परमाणु शक्ति का सफल परीक्षण किया था। (pokhran nuclear test) यहा आसपास भारतीय सेना का इलाका है। यहां पर कड़ी सुरक्षा है यहा जैसलमेर में कई दर्शनीय स्थल भी है।
जैसलमेर के दर्शनीय स्थल tourst please in jaisalmer
रामदेवरा से 56 किलोमीटर दूर मां भादरिया राय जी का मंदिर है। रामदेवरा से 236 किलोमीटर तनोट माता का मंदिर है। और रामदेवरा से 13 किलोमीटर दूर पोकरण शहर है। पोकरण में पोकरण का किला देखने लायक है।यहां पर लोंगेवाला पोस्ट । सम का रेगिस्तान । सोनार का किला । भारत-पाकिस्तान सीमा । गड़ीसर तालाब । और भी कई देखने लायक स्थान है यहां पर।
रामदेवरा कैसे पहुंचे
रामदेवरा आने के लिए आप सड़क मार्ग और रेल मार्ग से आसानी से आ सकते हैं।
सड़क मार्ग
सड़क मार्ग से आपको सबसे पहले पोकरण आना होगा पोकरण से रामदेवरा की दूरी 13 किलोमीटर है। और नेशनल हाईवे 15 नंबर रामदेवरा के नजदीक से ही निकलता है। राष्टीय राजमार्ग जोधपुर और जैसलमेर से जुड़ा हुआ है। रामदेवरा से जोधपुर की दूरी 186 किलोमीटर है। और रामदेवरा से जैसलमेर की दूरी 118 किलोमीटर है।
रेल मार्ग
रामदेवरा जोधपुर और जैसलमेर रेल मार्ग से सीधा जुड़ा हुआ है।
हवाई मार्ग
रामदेवरा का नजदीकी हवाई अड्डा जोधपुर है। जो 183 किलोमीटर दूर स्थित है। जोधपुर से रेल और बस दोनों ही मिल जाती है।
रामदेवरा में कहा ठहरे
रामदेवरा में ठहरने के लिए कई धर्मशाला और होटल है। यहां रात्रि विश्राम की सारी सुविधाएं हैं।
रामदेवरा कब जाएं
ऐसे तो कभी भी रामदेवरा जा सकते हैं। लेकिन भादवा माह में यहा मेला रहता है। भादवा में भारी संख्या में भीड़ रहती है।
भक्तों की आस्था
बाबा रामदेव जी के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से पैदल आते हैं। और मनोकामनाएं पूर्ण होने की कामना करते हैं। रामदेवरा में लोग गुजरात महाराष्ट्र से पैदल आते हैं। भक्तों में बाबा रामापीर की श्रद्धा से भादवा माह में पूरा रणुजा बाबा के जयकारों से गूंज उठता है।