Sanvaliya seth mandir ki yatra in hindi: श्री सांवलिया सेठ का मंदिर राजस्थान राज्य के चित्तौड़गढ़ जिले में भादसोड़ा गांव से 13 किलोमीटर दूर मंडफिया गांव में स्थित है। श्री सेठ सांवलिया जी का यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। सांवलिया सेठ के मंदिर में दर्शन करने देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते रहते हैं। यह मंदिर व्यापारियों के लिए अधिक महत्व माना जाता है, सांवलिया सेठ के मंदिर में आने वाले श्रद्धालु अपने काम धंधे व्यापार में भगवान सांवलिया सेठ को हिस्सेदार (पार्टनर) बनाते हैं, और भगवान से व्यापार में सफल होने की प्रार्थना करते हैं। हिस्सेदार के रूप में आई राशि श्रद्धालु मंदिर के दानपात्र में चढ़ा देते हैं। ऐसा करने से व्यापार में भगवान श्री सांवलिया सेठ की कृपा बनी रहती है। सांवलिया सेठ को श्रद्धालु सांवरिया सेठ के नाम से भी पुकारते हैं।
श्री सांवलिया सेठ मंदिर का इतिहास – Shri Sanwaliya Seth Temple History in hindi
सांवलिया सेठ मंदिर का इतिहास कई 100 सालों पुराना है कहा जाता है। मंदिर के गर्भ गृह में जो मूर्ति स्थापित है यह वही मूर्ति है जिसकी भक्ति मीराबाई किया करती थी। इसलिए सांवलिया जी का संबंध मीराबाई से बताया जाता है।
सांवलिया सेठ की मूर्ति कहां प्रकट हुई – Where did the idol of Sanwaliya Seth appear?
बताया जाता है कि पुराने समय में मंडफिया गांव के रहने वाले एक ग्वाले को रात में एक सपना आया कि भादसोड़ा गांव में जमीन में मूर्तियां हैं। जब वहां जाकर खुदाई करने पर भगवान की 4 मूर्तियां निकली उन चारों मूर्तियों में से एक मूर्ति मंडफिया गांव लाया गया। और मंडफिया गांव में मूर्ति को स्थापित किया। कहा जाता है यह वही मूर्तियां है जिसकी पूजा मीराबाई किया करती थी।
सेठ सांवरिया मंदिर की वास्तुकला – Architecture of Seth Sanwaria Temple
सांवलिया सेठ का मंदिर भारत के विशाल मंदिरों में से एक हैं। बहुत ही खूबसूरत कलाकृति से बनाया गया है मंदिर। मंदिर का विशाल प्रवेश द्वार देखने लायक है, प्रवेश द्वार पर बहुत ही बारीकी से नक्काशी और कारीगरी की गई है, और भगवान सांवलिया सेठ के विशाल मंदिर पर जटिल और खूबसूरत कारीगरी की गई है। सांवलिया सेठ मंदिर को जब हम एक नजर से देखते हैं तो गुजरात के अहमदाबाद में स्थित अक्षरधाम मंदिर की झलक साफ साफ दिखाई देती है।
सांवरिया सेठ मंदिर परिसर – sanvariya Seth Mandir parisar
मंदिर में प्रवेश के दौरान कैमरा और अन्य प्रकार की चीजें साथ में ले जाने की अनुमति हमें नहीं है। और तंबाकू गुटका ऐसी चीजें ले जाना सख्त मना है, जब भी हम किसी मंदिर या कोई भी पर्यटक स्थल पर जाते हैं तो हमारा भी यह कर्तव्य बनता है कि हमारी प्राचीन धरोहर मे स्वच्छता बनी रहे।
सांवलिया सेठ मंदिर व्यापारियों के लिए प्रसिद्ध क्यों है – Why Sanwaliya Seth Temple is famous for traders
कहा जाता है कि नानी बाई का मायरा भरने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं सेठ का रूप धारण किया था। सांवलिया जी भगवान श्री कृष्ण का ही एक रूप है, इसलिए यह मंदिर व्यापारियों के लिए खास है व्यापारी अपने व्यापार में सफल होने के लिए भगवान श्री सांवलिया सेठ को अपने व्यापार में पार्टनर बनाते हैं जो पार्टनर के हिस्से की राशि मंदिर में चढ़ा देते हैं।
देश और विदेश से आते हैं श्रद्धालु – Devotees come from home and abroad
देश के कोने-कोने से लोग दर्शन करने सांवलिया जी मंदिर आते हैं। और देश के जो लोग विदेशों में अपना व्यापार चलाते हैं वह भी यहां दर्शन करने आते और अपने कारोबार में भगवान सांवलिया सेठ को हिस्सेदार बनाते हैं। और अपने व्यापार में सफल होने की प्रार्थना करते हैं। मंदिर के दानपात्र में आने वाली राशि को मंदिर निर्माण में खर्च किया जाता है।
सांवलिया सेठ का मंदिर कहां पर है – Where is the temple of Sanwaliya Seth in hindi
जो लोग नहीं जानते हैं कि भगवान सांवलिया सेठ का मंदिर कहां पर स्थित है। तो आज हम बताते हैं सांवलिया सेठ का मंदिर भारत के राजस्थान राज्य में चित्तौड़गढ़ जिले में मंडफिया गांव में स्थित है।
सांवलिया सेठ मंदिर में आरती का समय – Aarti Timings at Sanwaliya Seth Temple in hindi
सेठ सांवरिया जी मंदिर में पांच आरती होती है।
मंगला आरती सुबह 5:30 बजे
शृंगार आरती 7:00 बजे
राजभोग आरती 10:00 बजे
संध्या आरती शाम 7:00 बजे
शयन आरती रात 10:00 बजे
इस प्रकार भगवान सांवलिया सेठ की आरती होती है।
सांवलिया सेठ मंदिर खुलने का समय – Sanwaliya Seth Temple opening timing in hindi
सांवलिया सेठ मंदिर प्रतिदिन सुबह 5:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक और 2:30 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक खुला रहता है। इस समय के अनुसार श्रद्धालु सांवलिया सेठ के दर्शन आसानी से कर सकते हैं।
सांवलिया सेठ मंदिर में प्रवेश शुल्क – Entry Fee in Sanwaliya Seth Temple in hindi
सेठ सांवरिया जी मंदिर में दर्शन करने के लिए कोई भी शुल्क या फीस नहीं है। यहां पर आप बिना कोई शुल्क दिए पूरा सांवलिया जी धाम में के दर्शन कर सकते हैं।
सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन करने जाने का सही समय – Best time to visit Sanwaliya Seth Temple in hindi
सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन करने आप पूरे साल भर में कभी भी जा सकते हैं। अगर आप बरसात के समय में यहां आते हैं तो भी कोई समस्या नहीं होती रेनकोट और छतरी अपने साथ में लेकर जरूर आइए। और आप चित्तौड़ के और भी पर्यटक स्थलों पर जाना चाहते हैं तो भी कभी भी जा सकते हैं।
सांवलिया सेठ मंदिर कैसे जाएं – How to reach Sanwaliya Seth Temple in hindi
जब भी हम किसी यात्रा पर जाना चाहते हैं तो एक सवाल मन में जरूर आता है। कि हम वहां तक कैसे पहुंचे तो मैं आपको बताता हूं कि आप सांवलिया सेठ मंदिर बस, रेल, और हवाई जहाज से आसानी से पहुंच सकते हैं।
बस द्वारा सांवलिया सेठ मंदिर कैसे पहुंचे – How to reach Sanwaliya Seth Temple by Bus in hindi
आप देश के कोई भी हिस्से में रहते हैं। तो सबसे पहले आपको राजस्थान के चित्तौड़गढ़ या उदयपुर आना होगा वहां से आपको सांवलिया सेठ धाम मंडफिया के लिए बस मिल जाएगी सांवलिया धाम चित्तौड़ उदयपुर के बीच चलने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आपको उदयपुर और चित्तौड़गढ़ से सीधी बस नहीं मिलती है। तो आप चित्तौड़गढ़ से उदयपुर के बीच में चलने वाली बस में बैठकर भादसोड़ा गांव से थोड़ा आगे आकर भादसोड़ा चौराहा पर उतर जाइए यहां से आपको बस और टैक्सी हर 15 मिनट में मिल जाती है।
रेल से सांवलिया सेठ मंदिर कैसे जाएं – How to reach Sanwaliya Seth Temple by Train
अगर आप रेल से सांवलिया जी जाना चाहते हो तो सांवलिया सेठ मंदिर का नजदीकी रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ है। और दूसरा रेलवे स्टेशन उदयपुर में है। यह दोनों रेलवे स्टेशन भारत के मुख्य रेल मार्ग से जुड़े हुए हैं। यहां से आप बस या टैक्सी द्वारा सांवलिया सेठ मंदिर पहुंच सकते हैं।
हवाई जहाज के सांवलिया सेठ मंदिर कैसे पहुंचे – How to reach Sanwaliya Seth Temple by Airplane in hindi
सांवलिया सेठ का नजदीकी हवाई अड्डा,डबोक हवाई अड्डा उदयपुर में है। उदयपुर से आप बस द्वारा सांवलिया सेठ मंदिर पहुंच सकते हैं। उदयपुर का हवाई डबोक अड्डा भारत के मुख्य हवाई मार्गो से जुड़ा हुआ है।
बाइक या कार से सांवलिया सेठ मंदिर कैसे पहुंचे – How To Reach Sanwaliya Seth Temple By Bike Or Car in hindi
अगर आप सांवलिया सेठ मंदिर अपनी मोटरसाइकिल या कार से आना चाहते हैं, तो आप आसानी से पहुंच सकते हैं। सबसे पहले आपको चित्तौड़गढ़ या उदयपुर आना होगा। अगर आप चित्तौड़गढ़ से सांवलिया सेठ मंदिर जा रहे हैं, तो चित्तौड़गढ़ – उदयपुर के बीच मुख्य सड़क पर भादसोड़ा गांव से थोड़ा पहले भादसोड़ा चौराया आएगा वहां से आपको बाई तरफ मोड़ना होगा। भादसोड़ा चौराहा से 7 किलोमीटर की दूरी पर सांवलिया सेठ मंदिर है। अगर आप उदयपुर से सांवरिया सेठ मंदिर जा रहे हो तो मुख्य सड़क पर पहले भादसोड़ा गांव आयेगा गांव से थोड़ा आगे भादसोड़ा चौराहा आयेगा यहां से दाहिनी तरफ मुड़ना होगा। भादसोड़ा चौराहा को सांवलिया जी चौराहा भी कहा जाता है।
सांवलिया सेठ मंदिर पार्किंग सुविधा – Sanwaliya Seth Temple Parking Facility in hindi
अगर आप सांवलिया सेठ मंदिर अपना खुद का वाहन लेकर जाना चाहते हो तो यहां पर पार्किंग के बारे में जानना जरूरी है। सांवलिया सेठ मंदिर के पास बाइक पार्किंग और कार पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
सांवलिया सेठ मंदिर के पास बाजार – Market near Sanwaliya Seth Temple
सांवलिया सेठ के मंदिर के पास ही बड़ा बाजार है यहां पर आप प्रसादी,भगवान की मूर्तियां, बच्चों के खिलौने, कपड़े, खाने पीने की चीजें इत्यादि इस बाजार से आप खरीदारी कर सकते हैं।
सांवलिया सेठ मंदिर की यात्रा के दौरान कहां पर ठहरे – Where to stay during your visit to Sanwaliya Seth Temple
सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन करने के बाद आप रुकना चाहते हो तो यहां पर आपको धर्मशाला मिल जाएगी, अगर आप बड़ी होटल की तलाश करते हैं तो नजदीक में चित्तौड़गढ़ या उदयपुर में आपको अपने बजट के अनुसार अनेक होटल में जाएंगे।
सांवलिया सेठ मंदिर के आसपास घूमने लायक स्थान – Places to visit near Sanwaliya Seth Temple in hindi
सेठ सांवरिया जी दर्शन करने के बाद आप यहां के आसपास में स्थित पर्यटक स्थलों को देखना चाहते हैं, तो आप चित्तौड़गढ़ और उदयपुर जा सकते हैं। चित्तौड़गढ़ में आप
चित्तौड़गढ़ का किला – Chittorgarh fort
विजय स्तंभ – Vijay stambh Chittorgarh
रतन सिंह का महल – Ratan Singh Ji ka mahal
मीरा मंदिर – Mira Temple
और भी कई सारे पर्यटक स्थल देख सकते हैं। और उदयपुर में आप
फतेहसागर झील – Fateh Sagar lake
सिटी पैलेस – City Palace
हल्दीघाटी – Haldighati
और भी कई सारे पर्यटक स्थल आप यहां देख सकते हैं। सांवलिया जी मंदिर उदयपुर और चित्तौड़गढ़ के बीच में पड़ता है आप दोनों साइड जा सकते हैं।
सांवलिया सेठ फोटो गैलरी – Sanwaliya Seth photo gallery
सांवलिया सेठ मंदिर के आसपास के क्षेत्रों से दूरी – Distance from Nearby Areas of Sanwaliya Seth Temple in hindi
चित्तौड़गढ़ से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 45 किलोमीटर है। The distance from Chittorgarh to Sanwaliya Seth Temple is 45 kms.
उदयपुर से सांवरिया सेठ मंदिर की दूरी 77 किलोमीटर है। The distance from Udaipur to Sanwaria Seth Temple is 77 kms.
भादसोड़ा से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 13 किलोमीटर है – The distance from Bhadsoda to Sanwaliya Seth Temple is 13 kms.
भादसोड़ा चौराहा से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 7 किलोमीटर है। The distance from Bhadsoda Chauraha to Sanwaliya Seth Temple is 7 kms.
जयपुर से सांवरिया सेठ मंदिर की दूरी 406 किलोमीटर है। The distance from Jaipur to Saawariya Seth Temple is 406 kms.
जोधपुर से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 301 किलोमीटर है। The distance from Jodhpur to Sanwaliya Seth Temple is 301 kms.
अहमदाबाद से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 332 किलोमीटर है। The distance from Ahmedabad to Sanwaliya Seth Temple is 332 kms.
मुंबई से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 835 किलोमीटर है – The distance from Mumbai to Sanwaliya Seth Temple is 835 kms.
दिल्ली से सांवरिया सेठ की दूरी 659 किलोमीटर है।The distance from Delhi to Saawariya Seth is 659 kms.
यह भी पढ़िए