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Mehrangarh fort in hindi: मेहरानगढ़ का किला भारत के राजस्थान राज्य में सूर्यनगरी शहर के नाम से मशहूर जोधपुर शहर में स्थित है। मेहरानगढ़ का किला भारत के सबसे बड़े किलो में से एक है। मेहरानगढ़ किले का निर्माण सन् 1459 ईस्वी में मारवाड़ के राजा राव जोधा ने करवाया था। मेहरनगढ़ दुर्ग एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। जो धरातल से लगभग 400 फिट ऊंचाई है। इस किले में सात द्वार हैं जो अलग-अलग नाम से जाने जाते हैं। और इस किले में मां चामुंडा का भव्य मंदिर दर्शनीय है। मेहरानगढ़ किला पूरे भारत और विश्व में प्रसिद्ध है इसी लिऐ यहा पर हमेशा देसी और विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
मेहरानगढ़ किले का इतिहास और घूमने की संपूर्ण जानकारी के लिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़िए।
मेहरानगढ़ किला इतिहास – Mehrangarh Fort Jodhpur history in Hindi
Story of Mehrangarh Fort: मेहरानगढ़ किले का इतिहास कई सदियों पुराना है। राजस्थान में 15 वीं शताब्दी में बना हुआ यह किला भारत की समृद्धि व महानता का प्रतीक है और प्राचीन समय की कला का एक अजीब व बेजोड़ नमूना है। मेहरानगढ़ किले का निर्माण मारवाड़ के राठौड़ राजवंश के 15 वे शासक राव जोधा ने सन् 1459 ईस्वी में करवाया था। राव जोधा जोधपुर के महाराजा रणमल की 24 संतानों में से एक थे। पहले मारवाड़ का शासन मंडोर पर हुआ करता था लेकिन महाराजा रणमल की मृत्यु के बाद मारवाड़ का उत्तराधिकारी राव जोधा को बनाया गया था। लेकिन कुछ समय बाद राव जोधा से उनका राज्य छिन गया। फिर राव जोधा ने लगातार कुछ वर्षों तक युद्ध जारी रखा और फिर से मंडोर पर अपना कब्जा कर लिया। तब राव जोधा को मंडोर का किला ज्यादा सुरक्षित नहीं लगा इसीलिए उन्होंने मंडोर से 9 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर किला बनाया जो आज मेहरानगढ़ किले के नाम से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। राव जोधा के बाद मारवाड़ के शाशको द्वारा इस किले में कई महल और प्रवेश द्वारों का निर्माण करवाया गया था। मेहरानगढ़ किले का इतिहास में कई और भी घटनाएं हैं।
मेहरानगढ़ का किला श्रापित क्यों हैं – Mehrangarh kile ka Rahasya
पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि जिस पहाड़ी पर मेहरानगढ़ का किला स्थित है वहां पर पहले एक साधु महात्मा तपस्या किया करते थे। और पास में ही एक पानी का स्रोत था। जब राव जोधा ने इस पहाड़ी पर किले का निर्माण शुरू करवाया तब राजा ने साधु महात्मा को यहां से जाने के लिए कहा। तब साधु महात्मा क्रोधित हो उठे और जाते वक्त उन्होंने श्राप देते हुए कहा कि जिस पानी के लिए तुम मुझे यहां से हटा रहे हो वह कुछ समय बाद सूख जाएगा। और कुछ समय बाद यहां पर लगातार पानी की कमी होने लगी। तब राजा ने साधु महात्मा से माफी मांगी तब साधु महात्मा ने कहा कि इस श्राप को मुक्त करने के लिए सिर्फ एक ही उपाय है की राज्य के कोई व्यक्ति को अपनी इच्छा से किले के नीचे जिंदा दफन होकर अपने जीवन की बलि देनी पड़ेगी।
राजाराम मेघवाल की समाधि मेहरानगढ़ किला – Raja Ram Meghwal ki samadhi Mehrangarh kila
जब महाराजा को ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला जो किले की नीव में अपने प्राणों की बलि दे सके। तब राजाराम मेघवाल नाम के एक व्यक्ति आगे आए और किले की नीव में अपनी इच्छा से अपने प्राणों की बलि देने के लिए कहा। तब राजाराम मेघवाल को एक शुभ दिन और एक शुभ स्थान पर जिंदा दफनाया गया ताकि मेहरानगढ़ किले की नींव रखी जा सके। राजाराम मेघवाल के बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए किले में उनकी कब्र के ऊपर बलुआ पत्थर का स्मारक बनाया गया है। इस स्मारक में राजाराम का नाम व उनके बलीदान की तारीख और अन्य जानकारियां एक शिलालेख पर लिखी गई हैं। ताकि आने वाले समय में उनके बारे में बताया जा सके। राजाराम की समाधि के बाद साधु महात्मा का श्राप कम होने लगा और किले के आसपास के इलाकों में पानी की समस्या कम होने लगी।
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मेहरानगढ़ किले से जुड़ी कहानी – Story of Mehrangarh Fort in hindi
पौराणिक इतिहास के अनुसार कहा जाता है जब राव जोधा किला बनाने के लिए उचित जगह की तलाश करते हुए इस पहाड़ी पर पहुंचे तो उन्होंने यहां पर एक विचित्र नजारा देखा। राव जोधा ने यहां पर बकरी को बाघ से लड़ते हुए देखा। बकरी के साहस को देखते हुए राव जोधा ने किला बनाने के लिए इस जगह को उचित माना।
मेहरानगढ़ किले की वास्तुकला – Mehrangarh Fort Architecture in hindi
मेहरानगढ़ का यह किला भारत की समृद्धि व महानता का प्रतीक है और प्राचीन समय मे की गई कारीगरी और खूबसूरत नक्काशी का बेजोड़ नमूना है। मेहरानगढ़ किले का निर्माण सुंदर बलुआ पत्थरों से किया गया है। यह किला धरातल से लगभग 400 फिट की ऊंचाई पर है। मेहरानगढ़ किले के भीतर कई भव्य महल अद्भुत नक्काशी वाले दरवाजे अनेकों जालीदार खिड़कियां देखने लायक है। मेहरानगढ़ किले में 7 प्रमुख प्रवेश द्वार और किले के भीतर कई सुन्दर महल है जो फूल महल, शीश महल, दौलत खाना, मोती महल के नाम से जाने जाते हैं। मेहरानगढ़ किले में 68 फीट चौड़ी और 117 फीट लंबी दीवारें है जो किले की रक्षा के लिए अहम भूमिका रही है।
मेहरानगढ़ किले का संग्रहालय – Mehrangarh Fort Museum in hindi
मेहरानगढ़ किले के संग्रहालय में बहुत सी खास वस्तुओं को संजो कर रखा गया है। यहाँ पर शाही शस्त्र, शाही पालना, हाथी हौदा, लघु चित्र, राजा महाराजाओं की पोशाकें, पुराने जमाने का फर्नीचर और वाद्ययन्त्र मौजूद है। किले के संग्रहालय में शाही शास्त्र एक से बढ़कर एक है जिसमें भाले तलवारे और भी विभिन्न प्रकार के शस्त्र सजा कर रखे हुए हैं। मेहरानगढ़ किले के संग्रहालय में हमें पुराने जमाने की अद्भुत वस्तुएं देखने को मिलती है। दोस्तों कभी भी आप मेहरानगढ़ का किला घूमने जोधपुर आते हैं तो किले का संग्रहालय जरूर देखें।
चामुंडा माता मंदिर मेहरानगढ़ किला – Chamunda Mata Temple Mehrangarh Fort in hindi
मेहरानगढ़ के किले में मां चामुंडा का एक भव्य मंदिर है। इस मंदिर के इतिहास के बारे में कहा जाता है की जब राव जोधा अपनी राजधानी को मंडोर से जोधपुर स्थानांतरित किया था तब वह अपने साथ दुर्गा माता की मूर्ति को भी ले गए थे। इस मूर्ति को मेहरानगढ़ किले में स्थापित किया गया था जिसे आज चामुंडा माता मंदिर के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि के समय चामुंडा माता के मंदिर में भक्तों की लंबी लंबी कतारें रहती है। इस किले में आने वाला हर पर्यटक मां चामुंडा का दर्शन जरूर करता है।
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मेहरानगढ़ किले में क्या देखें – What to see in Mehrangarh Fort Jodhpur
दोस्तों कभी भी आप मेहरानगढ़ किला घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो बता दे कि मेहरानगढ़ किला भारत का सबसे बड़ा किला है इस किले में हमें देखने के लिए बहुत कुछ है। जब हम किले के प्रथम प्रवेश द्वार में प्रवेश करते हैं तो सामने ही पूरे किले का एक शानदार नक्शा (Mehrangarh Fort map) बनाया गया है जो हम किले के क्षेत्रफल के बारे में अच्छी तरह से जान सकते हैं। और जब हम आगे की ओर बढ़ते हैं तो सामने एक के बाद एक ऐसे 6 प्रवेश द्वार देखने को मिलते हैं। इन प्रवेश द्वारों पर की गई कारीगरी पुराने जमाने का एक बेजोड़ नमूना है। किले तक पहुंचने से पहले हमें कई ऐतिहासिक स्मारकों के दर्शन होते हैं। जिसमें राव जोधा जी का फलसा, राजाराम मेघवाल की समाधि और भी कई जगह हैं जिसे आप देख सकते हैं। जब हम मेहरानगढ़ किले की ऊंचाई पर पहुंचते हैं तो यहां पर ब्लू सिटी (Blue City Jodhpur) जोधपुर शहर का शानदार नजारा हमारी आंखों के सामने होता है। किले के आस पास सभी घरों पर ब्लू कलर किया हुआ है इसीलिए जोधपुर शहर को ब्लू सिटी के नाम से जाना जाता है। और जोधपुर को सूर्यनगरी शहर के नाम से भी जाना जाता है।
जोधपुर को सूर्यनगरी क्यों कहते हैं – Jodhpur ko suryanagari kyon kaha jata hai
Suncity Jodhpur in hindi: जोधपुर शहर थार के रेगिस्तान के बीच स्थित हैं। और यहां पर कई खूबसूरत महल, किले और मंदिरों जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां पर सूर्य की किरणें पड़ने से पूरा शहर चमकने लगता है इसीलिए जोधपुर शहर को सूर्य नगरी शहर कहा जाता है। और यहां पर मेहरानगढ़ किले के आसपास सभी मकानों के ब्लू कलर होने से जोधपुर शहर को ब्लू सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
मेहरानगढ़ किले में प्रवेश शुल्क – Mehrangarh Fort entry fees in Hindi
दोस्तों आप मेहरानगढ़ किले में लगने वाली प्रवेश शुल्क के बारे में जानना चाहते हैं तो बता दे कि मेहरानगढ़ किले में
भारतीय पर्यटक – 100 रूपये प्रति व्यक्ति
विदेशी पर्यटक – 400 रूपये प्रति व्यक्ति
और किले के अंदर कैमरे के लिए अलग से शुल्क लगता है।
मेहरानगढ़ किले का समय – Mehrangarh Fort Jodhpur timing in Hindi
मेहरानगढ़ किले में प्रवेश करने का समय
सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
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मेहरानगढ़ किला जोधपुर घूमने जाने का सही समय – Best time to visit Mehrangarh Fort Jodhpur in hindi
दोस्तों ऐसे तो हम मेहरानगढ़ का किला घूमने जोधपुर की यात्रा कभी भी कर सकते हैं लेकिन यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का अच्छा होता है। इस समय यहां का मौसम बहुत ही सुहाना होता है इस समय यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। आप अगर सर्दियों में मेहरानगढ़ का किला घूमने जाते हैं तो आपको गर्म कपड़े साथ जरूर लेकर जाना चाहिए।
मेहरानगढ़ किला घूमने कैसे पहुंचे – How to reach Mehrangarh Fort Jodhpur in Hindi
दोस्तो मेहरानगढ़ किला घूमने के लिए सबसे पहले हमें राजस्थान के सूर्य नगरी शहर जोधपुर पहुंचना होता है। जोधपुर शहर भारत के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जोधपुर के लिए आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। मेहरानगढ़ किला जोधपुर शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जोधपुर पहुंचने के बाद आप मेहरानगढ़ किले के लिए बस, टैक्सी या फिर बाइक से आसानी से पहुंच सकते हैं।
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सड़क मार्ग से मेहरानगढ़ किला घूमने कैसे पहुँचे – How to reach Mehrangarh Fort by Road in hindi
दोस्तो आप भारत में किसी भी राज्य से हो और मेहरानगढ़ किला जोधपुर घूमने के लिए सड़क मार्ग द्वारा यात्रा करना चाहते हो तो बतादें की जोधपुर शहर भारत के प्रमुख सड़क मार्गों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आपको जोधपुर के लिए नई दिल्ली, अहमदाबाद, उदयपुर, वडोदरा, कोटा और मुंबई जैसे बड़े शहरों से प्रतिदिन सीधी बस सेवा उपलब्ध है। बस द्वारा आप जोधपुर आसानी से पहुंच सकते हैं। जोधपुर पहुंचने के बाद आप मेहरानगढ़ किले के लिए यहां से टैक्सी और कैब से आसानी से मेहरानगढ़ किले पहुंच सकते हैं। और आप अपना पर्सनल वाहन लेकर आते हैं तो भी आसानी से मेहरानगढ़ किले पहुंच सकते हैं। 
रेल द्वारा मेहरानगढ़ किला घूमने कैसे पहुँचे – How to reach Mehrangarh Fort by Train in Hindi
दोस्तो अगर आप मेहरानगढ़ किला घूमने जोधपुर की यात्रा रेल द्वारा करना चाहते हैं। तो बता दे कि जोधपुर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख रेलवे मार्गो से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जोधपुर के लिए प्रतिदिन दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और अमृतसर जैसे बड़े शहरों से हर समय एक्सप्रेस रेल सेवा चालू रहती है। जोधपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप यहां से टैक्सी या कैब द्वारा मेहरानगढ़ किले तक आसानी से पहुंच सकते हैं। जोधपुर रेलवे स्टेशन से मेहरानगढ़ किले की दूरी लगभग 6 किलोमीटर है।
हवाई जहाज से मेहरानगढ़ किला जोधपुर कैसे पहुंचे – How to reach Mehrangarh Fort Jodhpur in Hindi
Jodhpur airport in hindi : दोस्तो यदि आप मेहरानगढ़ किला देखने जोधपुर की यात्रा हवाई मार्ग से करना चाहते हैं तो बता दें जोधपुर का हवाई अड्डा भारत के प्रमुख हवाई अड्डों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यह हवाई अड्डा मुंबई, अहमदाबाद, दिल्ली और बैंगलोर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जोधपुर हवाई अड्डा अब अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में बदल रहा है। जोधपुर हवाई अड्डे से मेहरानगढ़ किले की दूरी करीब 9 किलोमीटर है। जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आप यहां से मेहरानगढ़ किले के तक टैक्सी या कैब द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं।
मेहरानगढ़ किले के आसपास घूमने लायक स्थान – Places to visit near Mehrangarh Fort in Hindi
Top tourist palace in Jodhpur in hindi: दोस्तों आप मेहरानगढ़ किला घूमने के लिए राजस्थान के जोधपुर शहर आते हैं और पूरा मेहरानगढ़ किला देखने के बाद आप और भी जोधपुर में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल देखना चाहते हैं। तो बता दें कि मेहरानगढ़ किले के आसपास बहुत से पर्यटक स्थल देखने लायक है।
उम्मेद भवन पैलेस – umaid bhawan palace Jodhpur
जसवंत थड़ा – Jaswant thada Jodhpur
तूर्जी का झालरा – Toorji ka jhalra Jodhpur
माचिया पार्क – Marcia Park Jodhpur
चिड़ियाघर – Chidiyaghar Jodhpur
राव जोधा डेजर्ट नेशनल पार्क – Rao Jodha Desert Rock Park
कायलाना झील – Kaylana Lake Jodhpur
मंडोर गार्डन – Mandore garden Jodhpur
घंटाघर क्लॉक टावर – Ghanta Ghar clock tower Jodhpur
आदि जोधपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
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मेहरानगढ़ किले के आसपास नाश्ता और भोजनालय – Breakfast and Restaurants around Mehrangarh Fort Jodhpur in Hindi
दोस्तों मेहरानगढ़ किला घूमने के बाद कुछ भोजन या नाश्ता करना चाहते हैं। तो बता दें कि जोधपुर शहर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है और यहां पर आपको एक से बढ़कर एक नाश्ता मिलेगा। आप यहां पर मिर्ची बड़ा, मावा कचोरी, प्याज कचोरी जैसे स्वादिष्ट नाश्ते का आनंद ले सकते हैं और यहां मखनिया लस्सी भी काफी लोकप्रिय है। अगर आप इसके अलावा और भी कुछ खाना चाहते हैं तो यहां पर आपको कई प्रकार की मिठाइयां भी उपलब्ध मिलेगी और यहां पर भोजन के लिए कई भोजनालय हैं जहां पर आप स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।
मेहरानगढ़ किले के आसपास ठहरने लायक होटल – Hotels to stay near Mehrangarh Fort in hindi
Top hotels in Jodhpur: जोधपुर शहर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर होने के नाते यहां पर हर समय पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। इसलिए यहां पर आपको कई सस्ते और महंगे होटल्स मिल जाएंगे जिसमें आप अपने बजट के अनुसार कोई भी होटल में ठहर सकते हैं। यहां पर सस्ते लॉज भी आपको मिल जाएंगे जहां पर आप आसानी से ठहर सकते हैं।
मेहरानगढ़ किले से जुड़े कुछ सवालों के जवाब – question and answer Mehrangarh Fort
Q. मेहरानगढ़ का किला कहां पर स्थित है
A. मेहरानगढ़ का किला राजस्थान राज्य के जोधपुर शहर में स्थित है
Q. मेहरानगढ़ का किला किसने बनवाया
A. मेहरानगढ़ का किला राव जोधा ने बनवाया
Q. मेहरानगढ़ किले का निर्माण कब हुआ
A. मेहरानगढ़ किले का निर्माण 1459 ईस्वी में हुआ
Q. वर्तमान में जोधपुर के महाराजा कौन है
A. वर्तमान में जोधपुर के महाराजा गजे सिंह जी हैं।
Q. मेहरानगढ़ का किला जोधपुर शहर से कितना दूर है
A.मेहरानगढ़ का किला जोधपुर के मुख्य शहर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है
मेहरानगढ़ किला फोटो गैलरी – Mehrangarh Fort Jodhpur photo gallery
