kharvi mata in hindi ढब्बावाली माता मंदिर खासरवी जालौर के इतिहास के बारे मे जानना चाहते है तो इस लेख को पूरा जरुर पढ़े। इस लेख में आप ढब्बावाली माता मंदिर कैसे पहुंचें, खारवी माता मंदिर में मेला कब लगता हैं। सम्पूर्ण जानकारी इस लेख में आप पढ़ सकते हैं।
ढब्बावाली माता नाम कैसे पड़ा – Dhabbawali Mata name kese pda
Dhabbawali mata in hindi कहा जाता है कि यह मंदिर कई वर्षों पुराना है। सबसे पहले यहां खासरवी गांव में माता जी की सेवा पूजा ढब्बाजी नाम के एक भक्त करते थे। ढब्बाजी माता के परम भक्त थे और उन्होंने ही माता के शक्तिपीठ के लिए उन्नत धोरे का चयन किया था। ढब्बाजी की भक्ति से प्रसन्न होकर माताजी ने ढब्बा नाम अपना लिया इसलिए माता जी को ढब्बावाली माता के नाम से जाना जाता है। ढब्बावाली माता को खारवी माता, आवड़ तथा भगवती माता के नाम से भी जाना जाता है।
ढब्बावाली माता मंदिर परिसर – Dhabbawali mata mandir khasarvi in hindi
khasarvi mata mandir ढब्बावाली माता का मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है और यहां पर दूर-दूर से दर्शन के लिए श्रद्धालु आते रहते हैं सब हम मंदिर में प्रवेश करते हैं तो सबसे पहले हमें माताजी का हाल ही में बना नया मंदिर में माताजी की मनमोहक प्रतिमा के दर्शन होते हैं। माताजी के इस नए मंदिर में की गई कारीगरी और बेजोड़ नक्काशी देखने लायक है। माताजी का नया वाला मंदिर के ठीक पीछे की दिशा में कई वर्षो पुराना मंदिर है। जिसमे मां ढब्बावाली की प्रतिमा है। सामने ही हवन कुंड है। ढब्बावाली माताजी विशाल मंदिर परिसर हैं जो हमेशा भक्तो के लिए खुला रहता हैं।
ढब्बावाली माता मंदिर में मेला कब लगता हैं – Dhabbawali mata mandir khasarvi mela in hindi
Dhabawali mata temple in hindi माताजी के इस मंदिर में हर माह की पूर्णिमा को मेला लगता हैं जिसमे हजारों की संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु माँ ढब्बावाली के दर्शन करने आते हैं। कहा जाता हैं की मां ढब्बावाली के दरबार में आने वाले हर भक्त की मन्नत पूरी होती है। ढब्बावाली माता के दर्शन करने के लिए राजस्थान के अलावा देश भर से लोग आते हैं। कहते देश की आजादी से पहले पाकिस्तान से भी श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते थे।
ढब्बावाली माता का चमत्कार – dhabbawali mata ka samtkar
dhabbawali mata mandir in hindi खासरवी गांव के बड़े बुजुर्गों का कहना है कि गांव में कभी चोर चोरी नही कर सकते अगर चोरी कर भी लेते तो चुराया हुआ सामान गांव में छोडऩे के बाद ही चोर गांव की सीमा से बाहर जा पाते थे। ढब्बावाली माता के चमत्कार से खासरवी गांव में चोर चोरी करने से भी घबराते है।
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ढब्बावाली माता मंदिर से जुड़ी जानकारियां – dhabbawali mata mandir khasarvi in hindi
kharvi mata कहा जाता हैं की माताजी के मंदिर में भोग लगाई हुई प्रसाद हम खासरवी गांव से बाहर नहीं ले जा सकते। और पुराने समय में यहां पर घरों के दरवाजे और छत नही बनाए जाते थे इसका कारण यह था कि मंदिर में छत नही होने से गांव में किसी भी घर पर छत नहीं बनवाई जाती थी। मंदिर में पूजारी शक्तिगिरी जी की ओर से माता जी से मन्नत मांगने के साथ ही एक नये मंदिर का निर्माण कर मंदिर की छत बनवाई गई। इसके बाद गांव में अन्य घरों में छत बनवाई जाने लगी।
ढब्बावाली माता मंदिर केसे जाए – dhabbawali mata mandir kese jaye
दोस्तो आप भी ढब्बावाली माताजी के दर्शन करने जाना चाहते हैं तो बता दें कि आप सड़क मार्ग से आसानी से जा सकते है। आप रेल या हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो बता दें कि इसके लिए आप को ढब्बावाली माता मंदिर खासरवी के नजदीकी रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे का चयन करना होगा वहा से आप बस द्वारा ढब्बावाली माता मंदिर आसानी से पहुंच सकते हैं।
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सड़क मार्ग द्वारा ढब्बावाली माता मंदिर केसे जाए – how to reach dhabawali mata temple by road in hindi
दोस्तो आप बस द्वारा ढब्बावाली माता मंदिर जाना चाहते हैं तो बता दें कि सांचौर, बाड़मेर, धोरीमन्ना और रामजी का गोल यह शहर राजस्थान के प्रमुख सड़क मार्गों से जुड़े हुए हैं यहां से ढब्बावाली माता मंदिर के लिए आप को सीधी बस आसनी से मिल जायेगी।
रेल मार्ग द्वारा ढब्बावाली माता मंदिर केसे जाए – how to reach dhabawali mata mandir by train in hindi
दोस्तो आप रेल से ढब्बावाली माता मंदिर खासरवी जाना चाहते हैं तो बता दें कि यहा का नजदीकी रेलवे स्टेशन रानीवाड़ा और बाड़मेर है। रानीवाड़ा से ढब्बावाली माता मंदिर खासरवी की दूरी लगभग 82 किलोमीटर है। रानीवाड़ा से आप बस द्वारा सांचौर पहुंचना होगा सांचौर से आपको ढब्बावाली माता मंदिर खासरवी के लिए सीधी बस आसनी से मिल जायेगी। अगर आप बाड़मेर रेलवे स्टेशन से आना चाहते है तो आपको धोरीमन्ना शहर आना होगा धोरीमन्ना से आपको ढब्बावाली माता मंदिर के लिए आपको सीधी बस मिल जायेगी।
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हवाई जहाज से ढब्बावाली माता मंदिर केसे जाए – how to reach dabbawali mata temple by airplane in hindi
दोस्तो आप हवाई जहाज से ढब्बावाली माता मंदिर खासरवी जाना चाहते हैं तो बता दें कि यहा का नजदीकी हवाई अड्डा जोधपुर है जो खासरवी से लगभग 280 किलोमीटर दूर स्थित है। जोधपुर से आप सरकारी और प्राइवेट बस द्वारा रामजी का गोल पहुंचना होगा रामजी का गोल पहुंचने के बाद आपको यहां से सीधी बस आसानी से मिल जाएगी।
ढब्बावाली माता, खारवी माता मंदिर के आस पास बड़े बड़े शहरो की दूरी – dhabwali mata, distance of big cities from kharvi mata temple in hindi
रामजी का गोल से ढब्बावाली माता मंदिर की दूर – Ramji Ka Gol to Dabbawali Mata Temple Distance
55 किलोमीटर
धोरीमन्ना से ढब्बावाली माता मंदिर की दूरी – Dhorimanna to Dhabawali Mata Temple Distance
56 किलोमीटर
सांचौर से ढब्बावाली माता मंदिर की दूरी – Sanchore to Dhabbawali Mata Temple Distance
35 किलोमीटर
हाड़ेचा से ढब्बावाली माता मंदिर की दूरी – Hadecha to Dhabawali Mata Temple Distance
20 किलोमीटर
बाड़मेर से ढब्बावाली माता मंदिर की दूरी – Barmer to Dhabawali Mata Mandir Distance
123 किलोमीटर
ढब्बावाली माता मंदिर फोटो गैलरी – dhabawali mata temple photo gallery
