jaisalmer in hindi दोस्तो जैसलमेर शहर में हमेशा देशी और विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। जैसलमेर जिले में पर्यटकों के घूमने के लिए ऐसी कई जगहें हैं जो यहां पर आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेते हैं। यहा पर सोने जैसा चमकने वाला थार का रेगिस्तान, जैसलमेर का किला, गड़ीसर तालाब और भी कई एतिहासिक जगहें हैं। जो सेलानियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती हैं। जैसलमेर शहर न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे विश्व में सबसे लोकप्रिय व एतिहासिक पर्यटन स्थलों में शामिल है।
jaisalmer tourist places in hindi दोस्तो आप भी कभी जैसलमेर में घूमना चाहते हैं और जैसलमेर के पर्यटक स्थल के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें। इस लेख में आपको जैसलमेर में घूमने के लिए प्रसिद्ध जगह के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है। तो आइए हम विस्तार से जानते हैं जैसलमेर में घूमने लायक प्रसिद्ध स्थान के बारे में। top tourist places in jaisalmer
जैसलमेर में देखने लायक प्रसिद्ध जगह जैसलमेर का किला – Jaisalmer mein dekhne layak prasiddh jagah Jaisalmer ka kila
Jaisalmer fort history in hindi जैसलमेर का किला भारत का सबसे बड़ा और पूराने किलो में से जाना जाता है। सोनार का किला के नाम से मशहूर यह जैसलमेर का किला एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है। जैसलमेर किला थार रेगिस्तान के सुनहरे हिस्से में होने के कारण इस किले को सोनार का किला और गोल्डन फोर्ट के नाम से जाना जाता है। इस किले में कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुई है और सन 1965 और सन 1971 में हुई भारत पाकिस्तान की लड़ाई में भी जैसलमेर किले का अहम योगदान रहा है। जैसलमेर की त्रिकुटा की पहाड़ी पर बने इस किले को सन 1156 ईस्वी में राजपूत शासक रावल जैसल द्वारा बनवाया गया था इस किले के निर्माण को लेकर कई ऐतिहासिक घटनाएं जुड़ी हुई है। jaisalmer tourist places in hindi जैसलमेर का किला यहां पर आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद माना जाता है। दोस्तों आप भी कभी जैसलमेर घूमने आते हैं तो इस गोल्डन फोर्ट को आप जरूर देखें।
जैसलमेर किले की संपूर्ण जानकारी यहां पढ़ें
जैसलमेर में घूमने लायक जगह गड़ीसर झील – Jaisalmer mein ghumne layak jagah gadisar lake
Gadisar lake jaisalmer in hindiदोस्तो जैसलमेर किले से कुछ ही दूरी पर गड़ीसर झील है। गड़ीसर को गड़ीसर तालाब के नाम से भी जाना जाता है। गड़ीसर झील का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था उस समय राजस्थान के इस विशाल रेगिस्तान में पानी की कमी होने के कारण यहां के लोगों को पानी के लिए कई कठिनाइयों में से गुजरना पड़ता था। तब जैसलमेर के महारावल श्री गड़सी सिंह ने गड़ीसर झील का निर्माण एक तालाब के रूप में करवाया था। जिसे आज गड़ीसर झील और गड़ीसर तालाब के नाम से जाना जाता है, गड़ीसर तालाब बनने के बाद यहां के लोगों को काफी सहारा मिला था। गड़ीसर झील जैसलमेर के खूबसूरत पर्यटक स्थलों में से एक है। गड़ीसर झील में स्थित छतरियो का नजारा बहुत ही खूबसूरत और देखने लायक हैं, यह छतरियां गड़ीसर झील की सुंदरता के चार चांद लगाती है। गड़ीसर झील में स्थित इन छतरियो को फिल्मों के गानों में दर्शाया गया है, सूर्य उदय और सूर्य अस्त के समय सूर्य से पड़ने वाली किरणों से इन छतरियो का रूप और भी खिल जाता है. यह मनोरम दृश्य देखने यहां पर कई पर्यटक आते हैं। गड़ीसर झील देखने आने वाले पर्यटकों के लिए मनोरंजन के लिए यह जगह बहुत ही खास है, यहां पर आने वाले पर्यटक नाव के अंदर बैठकर पूरे गड़ीसर झील का आनंद उठाते हैं। पानी के अंदर तैरती नावो के साथ लोग यहां फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का भरपूर आनंद उठाते हैं। top tourist places in jaisalmer गड़ीसर झील फोटोग्राफी के लिए सुंदर जगह है यहां पर आने वाले पर्यटक अपनी यात्रा को यादगार बनाने के लिए अलग-अलग पोज में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करते है। दोस्तों आप भी कभी जैसलमेर घूमने आते हैं तो गड़ीसर झील देखना ना भूलें। jaisalmer tourist places in hindi
गड़ीसर झील का पूरा इतिहास यहां पढ़ें
जैसलमेर में घूमने लायक जगह बड़ा बाग – Jaisalmer mein ghumne layak jagah bada bhag
Bada bhag jaisalmer in hindi दोस्तों बड़ा बाग जैसलमेर शहर से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बड़ा बाग एक गार्डन है जिसमें शाही परिवार की छतरीया बनाई गई हैं। बड़ा बाग में जैसलमेर के राज परिवार का कब्रिस्तान है। राज परिवार के सदस्यों की यादगार में यहां पर छतरीया बनाई गई है। बड़ा बाग में सबसे बड़ी छतरी जैसलमेर के महारावल श्री जैसल सिंह कि हैं। बड़ा बाग जैसलमेर के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से जाना जाता है। top tourist places in jaisalmer यहां पर देशी और विदेशी पर्यटक आते रहते हैं और फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी का भरपूर आनंद उठाते हैं दोस्तों आप भी कभी जैसलमेर की यात्रा पर आते हैं तो बड़ा बाग घूमने जरूर जाए।
जैसलमेर के आकर्षण स्थान पटवों की हवेली – Jaisalmer ke aakarshan sthan patavon Ki haveli
jaisalmer tourist places in hindi दोस्तो पटवों की हवेली जैसलमेर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पटवों की हवेली अपनी जटिल नक्काशी, सुंदर चित्रों और भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है। दोस्तो इस खूबसूरत पटवों की हवेली का निर्माण गुमान चंद के द्वारा करवाया गया था। पटवों की हवेली पांच भव्य हवेलियों का एक खूबसूरत समूह है जो जैसलमेर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में जाना जाता है। पटवों की हवेली में हमेशा देसी और विदेशी पर्यटक आते रहते हैं और फोटोग्राफी वीडियोग्राफी का भरपूर आनंद उठाते हैं। दोस्तों आप भी जैसलमेर यात्रा के दौरान पटवों की हवेली देखने जरूर जाए।
जैसलमेर के दर्शनीय स्थल तनोट माता मंदिर – Jaisalmer ke darshniya sthal tanot mata mandir
Tanot Mata temple Jaisalmer in hindi दोस्तों जैसलमेर शहर से 120 किलोमीटर दूरी पर स्थित है तनोट माता का मंदिर। तनोट माता मंदिर भारत पाकिस्तान की सरहद (india pakistan border) के पास तनोट गांव में स्थित है। मातेश्वरी तनोटराय का यह मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। सन 1965 और 1971 में भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरान तनोट गांव पर भयंकर गोलाबारी हुई जिसमें पाकिस्तानी सेना ने तनोट माता मंदिर के आसपास लगभग 3 हजार बम बरसाए थे। उस समय 450 से भी अधिक बम मंदिर परिसर में आकर गिरे थे। तनोट माता की कृपा से मंदिर परिसर में गिरा एक भी बम नहीं फटा था। उस समय यह चमत्कार देखकर भारतीय सेना को विश्वास हो गया कि देवी हमारे साथ में है। 1965 के युद्ध के बाद इस मंदिर की देखरेख भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों द्वारा की जाती है। दोस्तों आज के समय में तनोट माता मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन गया है। मातेश्वरी तनोट राय के दर्शन के लिए श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आते हैं। दोस्तों आप भी कभी जैसलमेर की यात्रा पर जाते हैं तो तनोट माता मंदिर मैं दर्शन करने जरूर जाए। और मंदिर में होने वाली आरती में हिस्सा जरूर लेवे मातेश्वरी तनोट राय मंदिर में भारतीय सेना के द्वारा की जाने वाली आरती दर्शनीय।
तनोट माता मंदिर का पूरा इतिहास यहां पढ़ें
जैसलमेर की एतिहासिक जगह लोंगेवाला युद्ध स्थल – Jaisalmer ki aitihasik jagah longewala war memorial
Longewala yuddh sthal in hindi दोस्तो जैसलमेर से 110 किलोमिटर और तनोट माता मंदिर से 38 किलोमिटर की दूरी पर स्थित है लोंगेवाला युद्ध स्थल दोस्तो लोंगेवाला वो जगह है जहां पर 4 दिसंबर 1971 की रात भारतीय वीर जवानों ने दुश्मन को ऐसी धूल चटाई जो कभी नहीं भूल पाएगा। 4 दिसंबर 1971 की रात के समय मे पाकिस्तान की सेना ने लोंगेवाला पोस्ट पर हमला कर दिया उसके जवाब में भारत की 23 पंजाब रेजीमेंट के मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी के नेतृत्व वाली 23 पंजाब बटालियन ने पाकिस्तानी सैनिकों को ऐसा उलझाया कि उनको समझ में नहीं आ रहा था कि भारतीय सैनिक कितनी संख्या में आगे खड़े हैं। 4 दिसंबर की उस पूरी रात भारतीय सेना ने डटकर मुकाबला किया और सुबह होते ही भारतीय वायु सेना indian air force ने मोर्चा संभाल लिया उसके बाद तो पाकिस्तानी सेना में भगदड़ मच गया (Battle of longewala Jaisalmer) भारतीय वायुसेना के जबरदस्त प्रहार से पाकिस्तानी सेना pakistani army अपने टैंक और ट्रक छोड़कर पैदल ही भागने लगी। भारत ने लोंगेवाला में विजय प्राप्त की और इस युद्ध के बाद इस जगह पर लोंगेवाला मेमोरियल बना। यहा पर हमेशा पर्यटक आते रहते हैं। दोस्तो लोंगेवाला वॉर मेमोरियल भारतीय सैनिकों के साहस और बलिदान का प्रतीक है। दोस्तों आप भी जैसलमेर की यात्रा के दौरान लोंगे वाला युद्ध स्थल देखने जरूर जाए।
लोंगेवाला की अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़ें
जैसलमेर का फेमस सम सैंड ड्यून्स – Jaisalmer ka famous Sam send dunes
jaisalmer tourist places in hindi दोस्तों जैसलमेर शहर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थार का रेगिस्तान जो सम सैंड ड्यून्स के नाम से भी जाना जाता है। थार रेगिस्तान के मध्य में स्तिथ सम सैंड ड्यून्स जैसलमेर का सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल में से एक है। सम रेगिस्तान में घूमने के लिए बहुत कुछ है, यहां पर आने वाले पर्यटक दूर दूर तक फैला रेत के टीलों पर डिजर्ट सफारी का भरपूर आनंद उठाते हैं। यहां पर रेत के टीलों पर ऊंट सफारी और जीप सफारी मुख्य आकर्षण का केंद्र है। सूर्यास्त के समय यहाँ का नजारा काफी आकर्षक दिखाई देता है। top resort camp in sam thar desert रात के समय में यहां सम रिजॉर्ट कैंप में कई कायकम होते है जिसमे यहां का कालबेलिया नृत्य देखने लायक है। दोस्तों यहां पर बने रिसोर्ट कैंप में रात रुकना एक अलग ही आनंद आता है। और यहां सोने जैसे चमकने वाले रेगिस्तान के रेत के टीलों पर और ऊंट सवारी करना भी आनंदमई है। यहां पर आने वाले पर्यटक फोटोगाफी व वीडियोग्राफी का भरपूर आनंद उठाते हैं। दोस्तों आप भी जैसलमेर की यात्रा किस दौरान सम रेगिस्तान में आना ना भूलें।
सम रेगिस्तान की संपूर्ण जानकारी यहां पढ़ें
जैसलमेर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल बाबा रामदेव जी मंदिर रामदेवरा – Jaisalmer ke prasiddh Sthal Baba Ramdev Ji Mandir Ramdevra
Baba Ramdev temple Ramdevra Jaisalmer in hindi दोस्तो जैसलमेर शहर से लगभग 118 किलोमिटर दूर रामदेवरा गांव में लोक देवता बाबा रामदेव जी का भव्य मंदिर दर्शनीय है। रामदेवरा में हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। और भाद्रपद मास में यहां पर अधिक मात्रा में श्रद्धालु बाबा रामदेव जी के दर्शन करने आते हैं। बाबा रामदेव जी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से पैदल यात्रा करके रामदेवरा पहुंचते हैं। दोस्तों जैसलमेर के pokaran Jaisalmer पोकरण शहर से रामदेवरा की दूरी 10 किलोमीटर है। दोस्तों आप भी जैसलमेर यात्रा के दौरान बाबा रामदेव जी का दर्शन करने रामदेवरा जरूर जाए।
जैसलमेर में देखने लायक भूतों का गांव कुलधरा – Jaisalmer mein dekhne layak bhuton ka gaon kuldhara in hindi
Kuldhara ghost village in Jaisalmer दोस्तो जैसलमेर शहर से 18 किलोमीटर दूर एक कुलधरा गांव है। जो कई सालों से वीरान पड़ा है। यह कुलधरा गांव वीरान होने के पीछे एक रहस्यमई कहानी है। पौराणिक इतिहासकारों के अनुसार कहा जाता है कुलधरा गांव पालीवाल ब्राह्मणों का गांव हुआ करता था। इस गांव के आसपास कुल 84 गांव हुआ करते थे जिसमें ब्राह्मण जाति के लोग रहते थे। और इन गांवों को ब्राह्मणों द्वारा ही बसाया गया था। कहा जाता है कुलधरा गांव वीरान होने का कारण यहां की रियासत के दीवान सलीमसिंह था जो गांव वालों से अधिक कर वसूलता था और इसके साथ ही सलीमसिंह को गाँव के मुखिया की बेटी पसंद आ गई थी दीवान उस लड़की के पीछे इस कदर पागल था कि बस किसी तरह से उसे पा लेना चाहता था। दीवान ने इसके लिए ब्राह्मणों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। हद तो तब हो गई कि जब सत्ता के घमंड में चूर उस दीवान ने गांव मे मुखिया के घर धमकी भरा संदेश भिजवाया कि यदि अगले कुछ दिनों में उसे यह लड़की नहीं मिली तो वह गांव पर हमला करके लड़की को उठा कर ले जाएगा। यह खबर सुनकर गांव में हड़कंप मच गया। गांव में यह बहन बेटी के लिए आत्म सम्मान की बात थी। तब गांव के लोगों ने पंचायत बुलाई जिसमे आस पास के सभी 84 गांव के लोगों ने मिलकर एक फैसला लिया की कुछ भी हो जाए लेकिन अपनी लड़की उस दीवान को नहीं देंगे। उसी दिन रात के समय में गांव के लोग चुपचाप यहां से चले गए। कहा जाता है की यहां से पालीवाल ब्राह्मणों ने जाते समय इस गांव को श्राप देकर गए। कि आज के बाद इस गांव में कोई नहीं रह पाएगा तब से लेकर आज तक कुलधरा गांव में इंसान तो दूर यहां पर कोई परिंदा भी नही बसता। कहा जाता है कि अब यह कुलधरा गांव रूहानी ताकतों के कब्जे में हैं। इस लिए आज के समय में सरकार ने इस गांव की सीमा पर एक फाटक बनवा दिया है जिसके पार दिन में तो पर्यटक घूमने आते रहते हैं लेकिन रात में इस फाटक को पार करने की कोई हिम्मत नहीं करता है। top tourist places in jaisalmer दोस्तों आप भी जैसलमेर यात्रा के दौरान कुलधरा गांव देखने जरूर जाए।
कुलधरा गांव की संपूर्ण कहानी यहां पढ़ें
जैसलमेर के प्रसिद्ध जैन मन्दिर – Jaisalmer ke prasiddh Jain Mandir in hindi
Top famous temple in Jaisalmer in hindi दोस्तो जैसलमेर के प्रसिद्ध जैन मन्दिर जैसलमेर के किले के पास मे हि स्थित हैं जो 12वीं और 15वीं सदी के मध्य में बने है। शंभवदेव और ऋषभदेव जैसे प्रसिद्ध जैन तीर्थकरों को समर्पित इस मन्दिर में की गई कारीगर और नक्काशी देखने लायक है। दोस्तो आप भी जैसलमेर यात्रा के दौरान प्रसिद्ध जैन मन्दिर में दर्शन करने जरूर जाए। jaisalmer tourist places in hindi
जैसलमेर घूमने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit in jaisalmer in hindi
Jaisalmer kab Jana chahie दोस्तो आप भी जैसलमेर में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय के बारे मे जानना चाहते हैं तो बता दें कि वैसे तो आप जैसलमेर यात्रा पर कभी भी आ जा सकते हैं लेकिन जैसलमेर एक रेगिस्तानी क्षेत्र होने के कारण यहां का वातावरण अधिकतर गर्म रहता है। इस लिए जैसलमेर में पर्यटकों के घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के महीनो में सही रहता हैं। इस दौरान जैसलमेर का मौसम ठण्डा रहता हैं।
जैसलमेर कैसे पहुंचे – how to reach jaisalmer in hindi
Jaisalmer tour package in Hindi दोस्तो राजस्थान का जैसलमेर शहर भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है। यहां पर आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से जैसलमेर कैसे पहुँचे – How to reach Jaisalmer by road in hindi
Jaisalmer road trip in hindi दोस्तो आप भारत में किसी भी राज्य से हो और जैसलमेर की यात्रा सड़क मार्ग द्वारा करना चाहते हो तो बतादें की जैसलमेर शहर भारत के प्रमुख सड़क मार्गों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहां पर गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, जोधपुर और जयपुर से प्रतिदिन सीधी बस सेवा उपलब्ध है। बस द्वारा आप जैसलमेर आसानी से पहुंच सकते हैं। और आप अपना पर्सनल वाहन बाइक या कार लेकर आते हैं तो भी आप जैसलमेर आसानी से पहुंच सकते हैं।
रेल द्वारा जैसलमेर कैसे पहुँचे – How to reach Jaisalmer by Train in hindi
Jaisalmer Rajasthan travel by train दोस्तो अगर आप जैसलमेर की यात्रा रेल द्वारा करना चाहते हैं तो बतादे की जैसलमेर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख रेलवे मार्गो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जैसलमेर के लिए प्रतिदिन दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, जयपुर और जोधपुर से रेल सेवा चालू है। आप देश के किसी भी शहर से जैसलमेर रेल द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं।
हवाई जहाज से जैसलमेर कैसे पहुँचे – How to reach Jaisalmer by Airplane in hindi
Jaisalmer airport दोस्तो अगर आप जैसलमेर की यात्रा हवाई जहाज से करना चाहते हैं तो बता दें कि जैसलमेर में घरेलू हवाई अड्डा है। जैसलमेर हवाई अड्डा मुंबई, अहमदाबाद, दिल्ली और बैंगलोर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जैसलमेर का दूसरा निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर है जो जैसलमेर से लगभग 280 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जोधपुर से जैसलमेर के लिए हर समय बसे आसानी से मिल जाती है।
जैसलमेर में ठहरने लायक जगह – places to stay in jaisalmer in hindi
Top tourist hotel in jaisalmer in hindi दोस्तों आप जैसलमेर घूमने जाते हैं और वहां पर सभी पर्यटक स्थलों पर जाना चाहते हैं तो बता दें कि 1 दिन में आप पूरा जैसलमेर नहीं घूम सकते इसीलिए जैसलमेर शहर में आपको ठहरना होगा। hotel suryagarh jaisalmer जैसलमेर शहर में आपको कई 7स्टार 5स्टार टूरिस्ट होटल मिलेगे जिसमे आप आपने बजट के हिसाब से रूम बुक करवा सकते हैं और रात्रि विश्राम कर सकते हैं। और यहां पर आप कई धर्मशालाएं है जहा आप आराम से ठहर सकते हैं।
जैसलमेर का प्रसिद्ध नाश्ता और भोजन – Famous Breakfast & Meals of Jaisalmer in hindi
Famous food of Jaisalmer दोस्तो अपनी जैसलमेर यात्रा के दौरान यहां के प्रसिद्ध नाश्ता और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लें सकते हैं। जैसलमेर शहर में एक से बढ़कर एक रेस्टोरेंट मिलेंगे जहां पर राजस्थान की प्रसिद्ध प्याज कचोरी, मिर्ची बड़े, लस्सी और दही बड़े मिलेंगे। और भोजन में आपको यहां का प्रसिद्ध दाल बाटी चूरमा मिलेगा।