मेहरानगढ़ किला जोधपुर राजस्थान
राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित मेहरानगढ़ किला भारत के सबसे बड़े किलो में से एक है
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मेहरानगढ़ किले का निर्माण मारवाड़ की राठौड़ राजवंश के 15 वे शासक महाराजा राव जोधा जी ने संत 1459 ईस्वी में करवाया था |
जोधपुर शहर की 400 फीट ऊंची पहाड़ी पर बने इस किले को मजबूत दीवारों से बनाया गया है |
मेहरानगढ़ किले की जटिल और जालीदार की गई नक्काशी देखने लायक है | इस किले में कई महल है |मेहरानगढ़ किले की छत से पूरा सूर्यनगरी शहर जोधपुर दिखता है |
इतिहास
मेहरानगढ़ किले का इतिहास 500 साल पुराना है |
इस किले का निर्माण राव जोधा जी ने सन 1459 इसी में शुरू किया और सन 1638-78 में महाराजा जसवंत सिंह जी ने पूरा किया |
इस किले के बारे में कहा जाता है कि यह एक बार जोधपुर शासक पहाड़ियों पर घूमने निकले और पहाड़ी पर उन्होंने एक बाघ से बकरी को लड़ते देखा उस नजारे को देखने के बाद जोधपुर के शासक के मन में इस जगह पर किला बनाने का ख्याल आया |
इस पहाड़ी पर एक साधु महात्मा जी तपस्या करते थे और पास में ही एक पानी का तालाब था | जोधपुर शासक ने जब किले का निर्माण करना शुरू किया तब साधु महात्मा को यहां से जाने के लिए कहा तब साधु महात्मा ने एक श्राप दे दिया कि आप मुझे इस पानी के लिए यहां से जाने को बोल रहे हो यह पानी सूख जाएगा | इसके बाद यहां पानी सूखने लगा तब से आसपास के इलाकों में पानी की लगातार कमी होने लगी तब जोधपुर शासक साधु महात्मा से माफी मांगी महात्मा जी ने कहा यह श्राप तभी खत्म होगा जब इस किले की नींव में राज्य का कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से बलि दे तो |
इसके बाद मेघवाल समाज के राजा राम मेघवाल आगे आए और इस किले की नींव में जिंदा बलि दी आज भी किले में राजा राम का स्मारक और बली की तारीख और अन्य जानकारियां लिखी है |
महल
किले के अंदर शानदार ढंग से सजे हुए कई महल है मोती महल फूल महल शीश महल दौलत खाना सिलेह खाना इत्यादि
संग्रहालय
किले के संग्रहालय में रखे राजा महाराजाओं के जमाने के शाही शस्त्र हाथियों होदे शाही तलवारे और मारवाड़ की चित्र शैली इत्यादि |
चामुंडा माताजी का मंदिर
मेहरानगढ़ किले में मां चामुंडा का भव्य मंदिर है मां चामुंडा राठौड़ राजवंश की कुलदेवी है दशहरे के समय यहां मेला लगता है |
कैसे पहुंचे
मेहरानगढ़ तक पहुंचने के लिए जोधपुर रेलवे स्टेशन से टैक्सी या ऑटो मिल जाते हैं या अपनी खुद की कार या बाइक से भी जा सकते हैं